अमेरिका में संसद के भीतर खुली हिंसा दुनिया की पहली शर्मनाक घटना--प्रमोद तिवारी

प्रतापगढ
।07.01.2020
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
अमेरिका में संसद के भीतर खुली हिंसा दुनिया की पहली शर्मनाक घटना- प्रमोद तिवारी
कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य एवं आउटरीच एण्ड कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने अमेरिका के वाशिंगटन मे पार्लियामेंट हाउस मे घुसकर ट्रम्प समर्थको के द्वारा हिंसा को दुनिया के इतिहास की पहली शर्मनाक घटना करार दिया है। श्री तिवारी ने कहा कि यूएसए मे निर्वाचित राष्ट्रपति वाइडेन की मंजूरी के लिए कार्रवाई चल रही थी और ऐसे मे राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वयं भीड को संबोधित कर इस तरह उन्माद फैलाया कि भीड मे शामिल लोग पिस्टल लहरा रहे थे और गोली चलने से एक महिला की मौत भी हो गयी। वहीं प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस घटना के बाद यह भी तस्वीर सामने आ गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की स्थापित विदेश नीति से हटकर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को अहमदाबाद मे बुलाकर नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम के जरिए चुनाव प्रचार से भारत देश की स्थापित विदेश नीति की प्रतिष्ठा को भी गहरा आघात पहुंचा है। श्री तिवारी ने कहा कि यूएसए की इस घटना से दुनिया मे सबसे बडे लोकतंत्र का दावा करने वाले देश को देखकर यह लगता है कि वहां लोकतंत्र नही बल्कि भीडतंत्र हावी हो रहा है। सीडब्लूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने घटना की आड़ मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आडे हाथ लेते हुए कहा कि भारत की स्थापित विदेश नीति रही है कि भारत दूसरे देश के चुनाव मे प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप नही करता। बकौल प्रमोद तिवारी पीएम मोदी ने देश की स्थापित विदेश नीति से हटकर चुनाव के समय ट्रंप को बुलाकर पं. नेहरू, इंदिरा गांधी और अटल बिहारी बाजपेई की बनाई गई विदेश नीति से हटकर आचरण के जरिए पूरे देशवासियो को आहत किया है। श्री तिवारी का यह बयान गुरूवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने जारी किया है।
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