प्रतापगढ़ जिले में आखिर नवयुवक ही जरायम की दुनिया में पांव क्यों पसार रहे हैं

प्रतापगढ
21.10.2020
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
प्रतापगढ़ जिले में आखिर नव युवक ही जरायम की दुनिया में पांव क्यों पसार रहे हैं ?
प्रतापगढ जनपद में लूट छिनैती जैसी घटना को अंजाम 14साल से बीस साल तक के नव युवक ही ज्यादा क्यों देते है?आईपीएल मैच हो या 20/20 मैच शरू होते ही लूट छिनैती जैसी अपराधिक घटनाओं में क्यों बढ़ोत्तरी हो जाती है।आप को बता दें जिस दिन से मैच शुरू होता है उसी दिन से सट्टा संचालकों में पर्व का माहौल होता है।मोबाइल के माध्यम से कस्बा-कस्बा मोहल्ले-मोहल्ले में इनके एजेन्ट मैच पर सट्टा खिलवाते हैं।और जीतने पर दस गुना तक के मुनाफा का प्रलोभन देते हैं।ऐसे में कम उम्र के युवक इनकी जाल में फंस जाते है।सट्टा खेलने वालों को क्रेडिड भी सट्टा संचालकों की तरफ से दिया जाता है।उस क्रेडिड पर डेली का 10%ब्याज देना पड़ता है।जिस रकम को जब युवक नहीं चुका पाता तो फिर या उसकी मारपीट में जान चली जाती है या परिजनों के डर से नवयुवक आत्महत्या कर लेते हैं।जो थोड़ा निडर होते हैं वो युवक रखते है जरायम की दुनिया मे कदम।इस गोरखधंधे में पुलिस का भी होता है बराबर का हिस्सा।प्रतापगढ़ नगर कोतवाली क्षेत्र में है सटोरियों का आतंक।शहर के कई चर्चित क्षेत्रो में चलता है सटोरियों का फड़।
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